Tuesday 13 December 2016

गरीबों के लिए ‘जनआवास’ योजना


मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आई.एस.बी.टी. फ्लाईओवर का लोकार्पण किया। विशेष आयोजनागत सहायता (एसपीए) के अंतर्गत नेशनल हाईवे संख्या 72 आई.एस.बी.टी. देहरादून में नवनिर्मित फोरलेन फ्लाईओवर की लागत 50 करोड़ 39 लाख रुपए है। केबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल, विधायक राजकुमार भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि 983 मीटर लम्बाई का मल्टी एप्रोच फ्लाईओवर उत्तराखण्ड के लिए बड़ी उपलब्धि है। इसके बनने से हमारा कान्फिडेंस बढ़ा है। हमारी योजना ऐसे आठ दसफ्लाईओवर और बनाने की है। उन्होंने सचिव लोक निर्माण विभाग को इसके लिए कार्ययोजना बनाने के लिए निर्देशित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून पहले जेएनएनयूआरएम का फायदा नहीं उठा पाया था। हम देहरादून की तस्वीर बदलने की कोशिश कर रहे हैं। रिस्पना व बिंदाल रिवर फ्रंट डेवलपमेंट इसी दिशा में की गई पहल है। बल्लीवाला फ्लाईओवर शुरू किया जा चुका है, जबकि बल्लुपुर फ्लाईओवर भी जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा।



मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों को तरक्की में भागीदार बनाया जा रहा है। प्रदेश में गरीबों को आवास देने के लिए उत्तराखंड जनआवास योजना बनाई गई। इसका तीन माह बाद रुद्रपुर में शिलान्यास होगा। इसमें 33 हजार आवास बनाएं जाएंगे। मलिन बस्तियों का न केवल नियमितिकरण किया गया, बल्कि इनके विकास के लिए चार सौ करोड़ का रिवाल्विंग फंड भी स्थापित किया है। हमने सामाजिक सुरक्षा की पेंशन राशि को एक हजार रुपए किया है। पेंशन लाभार्थियों की संख्या 1 लाख 74 हजार से बढ़ाकर 7 लाख 25 हजार कर दी है। मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा में 1 लाख 75 हजार का बीमा कवर दिया जा कहा है। हम एपीएल में सबसे सस्ता गेहूं चावल दे रहे हैं। बिजली की उपलब्धता को 14 घंटे से बढ़ाकर लगभग 24 घंटे कर दिया गया है। महिला सशक्तीकरण की अनेक योजनाएं प्रारम्भ की गई हैं। हमने अपने स्टार्ट अप से सैंकड़ों युवाओं को उद्यमी बनाया है। केदारनाथ त्रासदी के बाद जिस तरह से काम किया गया उसी का परिणाम है कि इस वर्ष 15 लाख यात्री चारधाम यात्रा पर आए।
कैबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री रावत के नेतृत्व में विजन के साथ प्रदेश का विकास किया जा रहा है। सर्वाधिक प्रकार की सामाजिक सुरक्षा पेंशनें शुरू की गई हैं। पिछले दो वर्षों में देहरादून को आधुनिक शहर का रूप देने के लिए काफी काम किया
गया है।

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